तनाव दरवाज़ा खटखटाकर नहीं आता – वह चुपचाप ज़िंदगी में बस जाता है
तनाव अक्सर शोर नहीं मचाता। वह अचानक नहीं आता। वह न तो चेतावनी देता है, न समय माँगता है। वह बस धीरे-धीरे भीतर आ जाता है। शुरुआत बहुत मामूली लगती है। थोड़ी सी थकान। छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन। काम के बाद भी दिमाग का बंद न होना। कुछ ऐसा, जिसे आप टाल सकते हैं। आप…
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